यशराज भारती सम्मान 2025 उन प्रेरणादायक व्यक्तियों को सम्मानित करता है, जिन्होंने दूसरों की सेवा में स्वयं को समर्पित किया है और जो बुनियादी स्तर पर निरंतर परिश्रम करते रहे हैं। पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का चयन एक कठोर प्रक्रिया के माध्यम से किया गया, जिसमें गुणात्मक और मात्रात्मक मूल्यांकन दोनों शामिल थे, जो अंततः एक ग्रैंड जूरी द्वारा की गई अंतिम अनुशंसा के आधार पर तय किया गया।
20 अप्रैल 2025 की संध्या को एनसीपीए, मुंबई के प्रतिष्ठित जमशेद भाभा थिएटर में आयोजित यशराज भारती सम्मान 2025 आभार समारोह एक भावपूर्ण कृतज्ञता और प्रेरणा के साथ संपन्न हुआ।
इस समारोह की गरिमा को महामहिम श्री सी. पी. राधाकृष्णन, राज्यपाल महाराष्ट्र, ने मुख्य अतिथि के रूप में बढ़ाया। उनके साथ श्री दिलीप वाल्से पाटिल, पूर्व अध्यक्ष—महाराष्ट्र विधान सभा, तथा श्री अमिताभ कांत, भारत के G20 शेरपा, विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे। इन सभी गणमान्य अतिथियों ने उन व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित किया जिनके प्रभावशाली कार्य देशभर में सकारात्मक परिवर्तन की प्रेरणा बन रहे हैं।
समारोह की शुरुआत प्रसिद्ध कथक कलाकार शर्वरी जामेनिस और उनके नृत्य समूह द्वारा प्रस्तुत एक भावपूर्ण गणेश वंदना से हुई, जिसकी भक्ति-भावना से ओतप्रोत प्रस्तुति ने वातावरण को श्रद्धामय और शांत बना दिया। पूरे कार्यक्रम का संचालन सुश्री श्वेता शेलगांवकर ने अत्यंत सुगठित और सरस शैली में किया, जिन्होंने दर्शकों को पूरे आयोजन में सहजता से मार्गदर्शित किया। सांस्कृतिक प्रस्तुति के रूप में शर्वरी जामेनिस और उनके समूह द्वारा प्रस्तुत ‘ताल चौताल’ नामक कथक नृत्य ने भारतीय शास्त्रीय लय और कलात्मकता को सशक्त रूप में अभिव्यक्त किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संध्या का केंद्रबिंदु यशराज भारती सम्मान 2025 के विजेताओं की घोषणा रही, जिन्हें समाज के व्यापक हित के प्रति उनके अटूट समर्पण के लिए सम्मानित किया गया। ये सभी सम्मानार्थी साहस, विनम्रता और निरंतर सेवा-भावना के प्रतीक हैं।
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इनोवेशन इन हेल्थकेयर: जन स्वास्थ सहायता (JSS) को अविकसित क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल नवाचार में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया। 2001 में AIIMS दिल्ली से स्नातक हुए डॉक्टरों के एक समूह द्वारा स्थापित, JSS ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के दूरदराज गांवों में स्वास्थ्य देखभाल की एक नई शुरुआत की। विनम्र शुरुआत से अब यह संगठन सामुदायिक-आधारित और समानता से प्रेरित स्वास्थ्य देखभाल का प्रतीक बन चुका है। गांव की महिलाओं को अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के रूप में सशक्त बनाते हुए, JSS ने सौर ऊर्जा से संचालित शिशु वार्मर और सिकल सेल परीक्षण किट जैसी नवाचारों के साथ स्वास्थ्य देखभाल की परिभाषा को नया रूप दिया।
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ट्रांसफॉर्मिंग पीपल’स लाइव्स : प्रथम को भारतभर के वंचित समुदायों में बुनियादी शिक्षा परिणामों को सुधारने में उनके अग्रणी योगदान के लिए सम्मानित किया गया। 1995 में मुंबई के शिक्षा से वंचित इलाकों में स्थापित, प्रथम ने एक ऐसी शैक्षिक क्रांति की शुरुआत की जो आज करोड़ों बच्चों तक पहुँच चुकी है। अपनी नवाचारी "सही स्तर पर शिक्षा" पद्धति और 'हमारा गांव' जैसे सामुदायिक-प्रेरित कार्यक्रमों के माध्यम से, प्रथम ने यह परिभाषित किया कि समावेशी, आनंदपूर्ण और प्रभावी शिक्षा कैसी हो सकती है—जिसमें बच्चों, अभिभावकों और स्थानीय परिवर्तनकर्ताओं को शिक्षा के केंद्र में रखा गया है।
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एथिकल गवर्नेंस: सर्विसप्लस — नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर—को भारत भर में नागरिक-केंद्रित और नैतिक शासन को बढ़ावा देने में उसकी अग्रणी भूमिका के लिए सम्मानित किया गया। 2012 में जन्मी यह पहल, लाखों लोगों की अपार निराशा के बीच—जिन्हें अपारदर्शी सार्वजनिक व्यवस्थाओं से जूझना पड़ता था—एक शांत लेकिन प्रभावशाली उत्तर बनकर उभरी। यह प्लेटफॉर्म जल्द ही डिजिटल सेवा वितरण के लिए एक राष्ट्रीय धूरी बन गया। शहरी महानगरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक, ServicePlus ने यह परिभाषित किया कि नागरिकों के लिए सरकार से संपर्क केवल प्रभावी नहीं, बल्कि सम्मानजनक भी कैसे हो सकता है। 2025 तक 3,600 से अधिक सेवाओं के सशक्तीकरण के साथ, और ओडिशा के गांवों के कियोस्क से लेकर हरियाणा के डिजिटल पोर्टल्स तक बदलाव की कहानियों के गूंजने के साथ, सर्विसप्लस यह दिखाता है कि किस प्रकार समावेशी तकनीक, नैतिक उद्देश्य से प्रेरित होकर, शासन को मानवकृत कर सकती है।
सम्मानार्थियों का चयन एक सुविचारित प्रक्रिया के माध्यम से किया गया, जिसमें मात्रात्मक एवं गुणात्मक दोनों प्रकार के मूल्यांकन सम्मिलित थे। यह चयन प्रक्रिया एक ग्रैंड जूरी की अंतिम अनुशंसाओं के साथ पूर्णता को प्राप्त हुई।
यशराज भारती सम्मान 2025 आभार समारोह नवीनीकरण और प्रेरणा के साथ संपन्न हुआ है, जिसने करुणा, समुदाय और वास्तविक प्रगति के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को पुनः प्रमाणित किया है।